Top 11 krishna Bhajan Lyrics – Hindi krishna Bhajan (2)

Top 11 krishna Bhajan Lyrics 

ll 6आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में ll

आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में ||2||
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में ||2||
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………

आप भी आना संग राधा जी को लाना ||2||
आके दरश दिखाना हमारे हरी कीर्तन
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………

आना प्रभु आना आके दरस दिखाना ||2||
आप भी आना संग गोपियों को लाना ||2||
आकर रास रचना हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………

आप भी आना संग ग्वालो को भी लाना ||2||
आकर माखन खाना हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………
आना प्रभु आना
आके दरस दिखाना ||2||आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में ||2||
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में ||2||
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………

आप भी आना संग राधा जी को लाना ||2||
आके दरश दिखाना हमारे हरी कीर्तन
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………

आना प्रभु आना आके दरस दिखाना ||2||
आप भी आना संग गोपियों को लाना ||2||
आकर रास रचना हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………

आप भी आना संग ग्वालो को भी लाना ||2||
आकर माखन खाना हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………
आना प्रभु आना
आके दरस दिखाना ||2||आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में ||2||
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में ||2||
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………

आप भी आना संग राधा जी को लाना ||2||
आके दरश दिखाना हमारे हरी कीर्तन
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………

आना प्रभु आना आके दरस दिखाना ||2||
आप भी आना संग गोपियों को लाना ||2||
आकर रास रचना हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………

आप भी आना संग ग्वालो को भी लाना ||2||
आकर माखन खाना हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में
आना सुन्दर श्याम हमारे हरी कीर्तन में
आना श्री भगवान हमारे हरी कीर्तन में………
आना प्रभु आना
आके दरस दिखाना ||2||


ll 7श्याम तेरी बन्सी पुकारे राधा नाम ll


श्याम तेरी बन्सी पुकारे राधा नाम
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम

साँवरे की बन्सी को बजने से काम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम

जमना की लहरें बन्सीबट की छैया
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैया

श्याम का दीवाना तो सारा ब्रिजधाम
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम

कोन जाने बाँसुरिया किसको बुलाए
जिसके मन भाए वो उसीके गुन गाए

कोन नहीं बन्सी की धुन का गुलाम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम



ll 8तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है प्यारी प्यारी है ll


तू कितनी अच्छी है, तू कितनी भोली है, प्यारी प्यारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ।
यह जो दुनिया है, वन है कांटो का, तू फुलवारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ॥

दुखन लागी हैं माँ तेरी अँखियाँ,
मेरे लिए जागी है तू सारी सारी रतिया।
मेरी निदिया पे अपनी निदिया भी तूने वारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ॥

अपना नहीं तुझे सुख दुःख कोई,
मैं मुस्काया तू मुस्काई मैं रोया तू रोई।
मेरे हसने पे मेरे रोने पे तू बलिहारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ॥

माँ बच्चो की जा होती है,
वो होते हैं किस्मत वाले, जिनकी माँ होती है।
कितनी सुन्दर है, कितनी शीतल है, न्यारी न्यारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ॥



ll 9मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है ll


मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है।
करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है॥

पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है।
हैरान है ज़माना मंजिल भी मिल रही है।
करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है॥

तुम साथ हो जो मेरे, किस चीज की कमी है।
किसी और चीज की अब दरकार ही नहीं है।
तेरे साथ से गुलाम अब गुलफाम हो रहा है॥

मैं तो नहीं हूँ काबिल, तेरा पार कैसे पाऊं।
टूटी हुयी वाणी से गुणगान कैसे गाऊं।
तेरी प्रेरणा से ही सब यह कमाल हो रहा हैं॥


ll 10मेरी जान है राधा, तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा ll


अरे रे मेरी जान है राधा, तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा
अरे रे मेरी जान है राधा, तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा
रह न सकूंगा तुमसे दूर मैं..
जब भी बने तू राधा, श्याम बनूँगा,
जब भी बने तू सीता, राम बनूँगा..
तेरे बिना आधा सुबह शाम कहूँगा॥

आसमां से राधा राधा नाम कहूँगा
अरे रे मेरी जान है राधा, तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा
रह न सकूंगा तुमसे दूर मैं
सुन्दर नैन, विशाल मोहिनी सूरत, प्यारी हैं
कितनी ग्वालन गोपियाँ, तू सबसे न्यारी है
तुम बिन रास रचाऊ कैसे, जानत सारी है॥

श्याम की दिल की रानी तू ,बरसाने वाली है
अरे रे मेरी जान है राधा, तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा
रह न सकूंगा तुमसे दूर मैं
तेरा ही तो नाम पुकारे बंसी गोरी री
दुनिया भी पहचाने राधा महक टोरी री
तूने किन्नी नैनं से मेरी मन की चोरी री॥

कैसी जोड़ी कृष्ण कारा, राधा गोरी री
अरे रे मेरी जान है राधा तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा
रह न सकूंगा तुमसे दूर मैं
हिचकी आये राधा तेरी याद सताती है
यमुना की लहरों में तेरी झलक सी आती हैं
सज धज के सखियों संग तू पनघट जाती हैं॥

सूखी धरती में भी प्रीत की कमल खिलाती हैं
अरे रे मेरी जान है राधा तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा –2
रह न सकूंगा तुमसे दूर मैं
जब भी बने तू राधा श्याम बनूँगा
जब भी बने तू सीता राम बनूँगा
तेरे बिना आधा सुबह o शाम कहूँगा –2
आसमान से राधा राधा नाम कहूँगा
अरे रे मेरी जान है राधा तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा
रह न सकूंगा तुमसे दूर मैं


ll 11कान्हा की दीवानी, मीरा हो गई बदनाम ll


श्लोक – राम तने रंग राची मैं तो,
साँवरिया रंग राची,
कोई कहे मीरा बाँवरी,
कोई कहे मदमाती।
कान्हा की दीवानी,
मीरा हो गई बदनाम,
कान्हा की दीवानी,
दीवानी कान्हा की,
मीरा हो गई बदनाम,
अपने तन की सुध बुध भूली,
भूले जग के काम,
कान्हा की दिवानी,
मीरा हो गई बदनाम।।

प्रेम के पथ पर,
प्रेम पुजारन,
पी का प्यार लिए,
पी का प्यार लिए,
श्याम की माला जपते जपते,
पि गई जहर का जाम,
कान्हा की दिवानी,
मीरा हो गई बदनाम।।

रंग पिया के,
रंग ली चुनरिया,
ले इकतारा चली,
ले इकतारा चली,
रानी ये भी ना जानी,
कब दिन हुई कब शाम,
कान्हा की दिवानी,
मीरा हो गई बदनाम।।

स्वप्न सुनहले,
महल दो महले,
खुशियों का संसार,
खुशियों का संसार,
‘लख्खा’ त्याग दिया मीरा ने,
सुख का सब आराम,
कान्हा की दिवानी,
मीरा हो गई बदनाम।।

प्रेम जो देखा,
पावन उसका,
मिल गए मदन गोपाल,
मिल गए मदन गोपाल,
राधा रुक्मण को ना मिला जो,
वो मिला सम्मान,
कान्हा की दिवानी,
मीरा हो गई बदनाम।।

कान्हा की दीवानी,
मीरा हो गई बदनाम,
कान्हा की दीवानी,
दीवानी कान्हा की,
मीरा हो गई बदनाम,
अपने तन की सुध बुध भूली,
भूले जग के काम,
कान्हा की दिवानी,
मीरा हो गई बदनाम।।





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